तुर्क पुरवा प्रयागराज का बना मिनी पाकिस्तान, हिन्दु बेटियो से छेड़छाड और विरोध पर मारपीट और हत्या

तुर्क पुरवा प्रयागराज का बना 

मिनी पाकिस्तान, हिन्दु बेटियो से 

छेड़छाड और विरोध पर मारपीट और हत्या



प्रयागराज (राम आसरे)। चचेरी बहन के साथ छेड़खानी का विरोध करने पर 10वीं के छात्र सत्यम की 28 अगस्त 2023 को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 5 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हुई है। इनमें तुर्कपुरवा का ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ और मोहसिन के अलावा तीन नाबालिग हैं। नाबालिगों में से एक यूसुफ का बेटा और दो भांजे हैं। इस घटना के बाद से ही आक्रोशित लोग बुलडोजर कार्रवाई की माँग कर रहे थे। पीड़ित बहन ने मीडिया को बताया कि- भाई को बचाने के लिए प्रधान यूसुफ के पकड़े थे पैर, पर उसने खींचकर मारी थी लात। उसने बताया, “हम ग्राम प्रधान युसूफ के घर के सामने पहुँचे ही थे कि मेरे साथ पढ़ने वाले उसके बेटे ने मेरा हाथ पकड़कर खींचा। सत्यम ने टोका तो उसका कॉलर पकड़ लिया। मैं कुछ कर पाती, इससे पहले ही आठ लोगों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसमें चार बाहरी थे, जिन्हें मैं नहीं जानती।”

सूत्रो के हवाले से यह जानकारी मिली है कि प्रयागराज के खीरी में 16 साल के सत्यम शर्मा की हत्या के आरोपितों की संपत्ति कुर्क होगी। उनके घरों पर बुलडोजर भी चलेगा। पीड़ित परिवार को योगी सरकार आर्थिक सहायता भी देगी। इस संबंध में डीएम संजय कुमार खत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय से सहमति ले ली है। आरोपितों की संपत्ति की डिटेल जुटाई जा रही है। साथ ही उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सत्यम शर्मा पर जिस जगह हमला हुआ, वहाँ लड़कियों से छेड़खानी आम है। स्थानीय लोगों के हवाले से बताया है कि इसके कारण कई लोग अपनी बेटियों की पढ़ाई छुड़वा चुके हैं। इनलोगों ने बताया, “हर दिन स्कूल जाते वक्त तुर्कपुरवा से गुजरते हुए हमारी बहन-बेटियाँ अपना सिर नीचे कर लेती हैं। मनचले उन पर भद्दे कॉमेंट और फब्तियाँ कसते हैं।”

खीरी गाँव के मैनेजर पांडेय के अनुसार छेड़खानी का विरोध करने पर तुर्कपुरवा के दबंग लोगों की पिटाई भी करते हैं। उन्होंने कहा, “योगी सरकार में अगर बहन-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल है, तो आप सोच सकते हैं कि अन्य सरकारों के वक्त यहाँ कैसा माहौल रहा हाेगा। कई अभिभावकों ने तो बच्चियों की पढ़ाई इसलिए छुड़वा दी, क्योंकि उन्हें तुर्कपुरवा से होकर गुजरना पड़ता है।"

अब तक इस मामले में 3 नाबालिग समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज सस्पेंड किया गया है। खीरी ग्राम सभा में करीब 1400 घर हैं। सड़क के एक तरफ खीरी बाजार है। इसमें हिंदू रहते हैं। जबकि सड़क उस पर तुर्कपुरवा में गैर हिंदू रहते हैं। इनकी आबादी 5 हजार है। खीरी चौराहे से एक किलोमीटर दूर जहां छात्र की जहां हत्या हुई। उसके आस-पास गैर हिंदुओं के घर हैं। सबसे पहले हम परमांनंद पांडेय इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां प्रिंसिपल राजेश पांडेय से बात की। उन्होंने कहा कि स्कूल में किसी तरह की छेड़खानी या विवाद नहीं हुआ था। लंच के समय सत्यम शर्मा और कुछ अन्य बच्चों के बीच विवाद हुआ था। उस समय टीचर्स ने डांट-फटकार कर शांत करा दिया था। स्कूल में करीब 1600 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इनमें 900 छात्राएं पढ़ती हैं। उनकी क्लास अलग चलती है। सुरक्षा के लिहाज से उन्हें 20 मिनट पहले स्कूल से छोड़ते है। इसके बाद छात्रों को छोड़ा जाता है।"

यहां के रहने वाले मैनेजर पांडेय ने बताया , "खीरी की लड़कियों में तुर्कपुरवा के शोहदों से डर है। उनके डर से बेटियां सिर नीचे करके स्कूल जाती है। ये भी नही डरती कहीं, आगे किसी गाड़ी से लड़ या भिड़ न जाएं। यहां एक दशक से यही हाल है। कोई पेरेंट्स जब भी छेड़खानी का विरोध किया, तो तुर्कपुरवा के दबंग उनकी भरे बाजार में पिटाई करते।" उन्होंने कहा, "योगी सरकार में अगर बहन-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल है, तो आप सोच सकते हैं कि अन्य सरकारों में यहां क्या माहौल रहा हाेगा। कई अभिभावकों ने तो परमानंद इंटर कॉलेज में बच्चियों की पढ़ाई ही इसीलिए छुड़वा दी, क्योंकि उन्हें तुर्कपुरवा से होकर गुजरना पड़ता है। छात्र नेता अनुराग शुक्ला ने बताया, ये समाज के दुश्मन हैं। इनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। सीएम योगी से मांग करते हैं कि छात्र की हत्या और छात्रा के साथ छेड़खानी करने वाले आरोपियों के घर बुलडोजर की कार्रवाई हो। बेटियों के साथ सरेराह छेड़खानी बंद होना चाहिए। स्थानीय लोगों ने बताया, गैर हिंदू बिरादरी का प्रधान चुनाव जीत गया। इससे उस समुदाय का मनोबल बढ़ गया है। वह पहले से अपराधी रहा है। आए दिन वह किसी न किसी से मारपीट करता था। दबंग होने के चलते कोई छेड़खानी की शिकायत तक नहीं करता। पुलिस से सेटिंग होने के चलते कोई शिकायत तक नही करता। इसी के चलते बेटियों के साथ आए दिन छेड़खानी होती है। सड़क की दोनों ओर दो समुदायों की बस्तियां होने के कारण यहां इंडिया और पाकिस्तान जैसा माहौल रहता है। इससे हमेशा तनाव बना रहता है।

इस घटना में शामिल मुख्य आरोपी युसूफ अपने गांव का प्रधान भी है। लोग बताते हैं कि उसी के वाहन से ही खीरी पुलिस क्षेत्र में भ्रमण करती थी। सत्यम शर्मा की हत्या के मुख्य आरोपी युसूफ के दबंगई की कई कहानियां सामने आ रही हैं। मृतक के परिजनों ने बताया कि युसूफ की खीरी थाने में बड़ी धाक थी। उसके खिलाफ किसी भी शिकायत पर पुलिस कोई विचार नहीं करती थी। खीरी और आस पास के सभी मामलों में युसूफ का थाने पर हस्तक्षेप चलता था। यहां तक कि उसके द्वारा उलब्ध कराई गई गाडिय़ों से ही थानाध्यक्ष, चौकी इंचार्ज और दरोगा सिपाही इलाके में भ्रमण करते थे। पुलिसकर्मियों के घरों पर होने वाले शादी विवाह या अन्य महोत्सवों में भी युसूफ खूब धन खर्च करता था। यही कारण था कि खीरी थाने में उसके आगे किसी की एक भी नहीं चलती थी।

ग्रामीणों का कहना है कि युसूफ प्रधानी कम दबंगई ज्यादा करता था। अमृत सरोवर, कूड़ा घर, सडक़, नाली, खडंजा आदि के नाम पर पैसे निकाले लेकिन उसने काम नहीं कराया। जो काम कराया गया वह भी बेहद घटिया है, और जो भी उसके कामों की शिकायत करने की बात करता तो प्रधान युसूफ खीरी पुसिल से फर्जी मुकदमें में फसाने की धमकी देता था। ग्रामीणों ने अरोप लगाया है कि पंचायत के कार्यों में उसके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार में सचिव के अलावा ब्लाक और जिले के भी अफसरों की संलिप्तता रहती थी। इसी करण वह शासन की योजनाओं में पूरी मनमानी करता था।

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