स्वच्छता की शपथ के साथ
हुआ दिव्य कला मेला
वाराणसी का समापन।
दिव्य कला मेला में 180 दिव्यांगजन के लिए एक करोड़ 30 लाख रुपये से अधिक राशि के ऋण किए गए स्वीकृत।
दिव्य कला मेला के अंतिम दिन उमड़ी भीड़ जमकर की गयी खरीददारी।
वाराणसी(राम आसरे)। कमलेश पांडेय पूर्व मुख्य दिव्यांगजन आयुक्त भारत सरकार द्वारा टाउन हॉल वाराणसी में मौजूद जनसमूह को स्वछता की शपथ दिलाते हुए दिव्य कला मेला वाराणसी का समापन किया गया। टाउन हाल वाराणसी में दिव्यांगजन के लिए दस दिवसीय दिव्य कला मेला आयोजित किया गया था। मेले के समापन समारोह में एनडीएफडीसी के सीएमडी नवीन शाह ने दिल्ली से वर्चुअल तौर पर जुड़कर दिव्यांगजन को उद्बोधित किया। इस मौके पर एनडीएफडीसी के जीएम अनिल कुमार एनडीएफडीसी की टीम के साथ मौजूद थे। इसके अलावा मनोज कुमार झा रीजनल मैनेजर बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक भी उपस्थित थे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारितामंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार की परिकल्पना तथा मार्ग निर्देशन में देश भर में दिव्यकला मेला आयोजित किए जा रहे हैं। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लगाए इस मेले का उद्घाटन 15 सितंबर 2023 को भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ए नारायणस्वामी द्वारा किया गयाथा।
दिव्यांगजन के लिए देश भर में लगाए जा रहे राष्ट्रीय स्तरका मेलों को दिव्य कला मेला का नाम दिया गया है। दिल्ली, मुंबई, भोपाल, गुवाहाटी, इंदौर, जयपुर के सफल आयोजन के बाद वाराणसी में यह आयोजन किया गया।
आने वाले समय मे देश के अन्य बड़े शहरों में भी ऐसे मेले आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इन सभी राष्ट्रीय मेलों में कुछ स्टॉल लोकल दिव्यांगजन के लिए भी रखे जाते हैं। वाराणसी मेले में भी लगभग 17 भागीदार वाराणसी के हैं।
विभिन्न विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारियों तथा उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री डॉक्टर दयाशंकर मिश्रा दयालु ने आकर दिव्यांगजन का हौंसला बढ़ाया। इस मेले को की जनता का प्यार भी खूब मिला। 17 सितंबर 2023 को इस मेले में नेशनल दिव्यांगजन फाइनैंस एंड डिवैल्पमैंट कार्पोरेशन द्वारा दिव्यांगजन के लिए एक्सक्लूसिव जॉब फेयर आयोजित किया गया।
एनडीएफडीसी के सीएमडी नवीन शाह ने इस जॉब फेयर का उद्घाटन किया। इस नौकरी मेले में कुल 210 दिव्यांगजन ने भाग लिया। निजी क्षेत्र की 9 कंपनियों क्वेस कॉर्प, इंडिगो एयरलाइंस, अमेज़न, टाटा, सस्टेनेबिलिटी, आर्कटिक इंडस्ट्री, सिमरन इंटरप्राइजेज, अटिपिकल एडवांटेज, टाटा पावर, एचआर सॉल्यूशंस, एलएलपी ने जॉब के लिए 78 दिव्यांगजन को शॉर्टलिस्ट किया तथा दिव्यांगजन को जॉब के लिए ऑफर लेटर प्रदान किए।
नेशनल दिव्यांगजन फाइनेंस एंड डिवैल्पमेंट कार्पोरेशन एनडीएफडीसी के पार्टनर बैंक, बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक द्वारा स्वरोजगार ऋण के इच्छुक 62 दिव्यांगजन का रजिस्ट्रेशन किया गया। इस मेले में 21 सितम्बर 2023 को 'स्माल स्टार्टअप्स चुनौतियाँ व समाधान' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में लखनऊ निवासी इन्वेस्टर तथा स्टार्टअप्स एक्सपर्ट निनिन त्रिपाठी द्वारा स्टार्टअप के गुर बताते हुए आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के बारे में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने प्रभावी तथा रोचक तरीके से दिव्यांग लघु उद्यमियों का मार्गदर्शन किया।
इस कार्यशाला में बेंगलुरु से तिलकम राजेंद्रन द्वारा भी लेक्चर दिया गया। उन्होंने अपने व्यवहारिक अनुभवों का हवाला देते हुए दिव्यांगजन से अपील की कि वे इंटरनेट तथा मोबाइल का सही उपयोग करते हुए अपने अंदर उद्यमिता का विकास करें। इस कार्यशाला का लाइव प्रदर्शन एनडीएफडीसी के यूट्यूब हैंडल पर भी किया गया।
दिव्य कला मेले में भी कई हिंदी प्रतियोगिताएं, संगोष्ठी तथा कवि सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें कई राष्ट्रीय स्तर के कवियों ने भाग लिया। 23 सितंबर 2023 को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया तथा कई स्पेशल सेल्फी प्वाइंट्स मेले में लगाए गए।
23 सितंबर 2023 को व्हील चेयर रेस तथा फ़ूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया। मेले में बिक्री बढ़ाने के लिए प्रतिदिन बेस्ट बायर को मेले के मंच पर सम्मानित किया गया। कई कैटेगरीज के तहत मेले में अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया गया। मेले के दौरान 24-30 सितंबर 2023 तक हम अंतर्राष्ट्रीय बधिर सप्ताह मनाने की शुरुआत की गई दिव्य कला मेले में सांकेतिक भाषा के इंटरप्रेटर को भी सम्मानित किया गया।
गौरतलब है की वाराणसी में दिव्यांग उद्यमियों और उनके संगठनों के लिए पहली बार इतने बड़े पैमाने पर दिव्य कला मेला नामक प्रदर्शनी मेले का आयोजन किया गया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभागसामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित इस दस दिवसीय मेले के आयोजन में 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगरों और
उद्यमियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।
इस मेले में महिला उद्यमियों कलाकारों की भागीदारी भी अच्छी रही। दिव्य कला मेला में गृह सज्जा और जीवन शैली, वस्त्र, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादपैकेज्ड भोजन और जैविक उत्पाद खिलौने और उपहार पर्सनल एसेसरीज आभूषण क्लच बैग्स आदि कैटेगरी के प्रोडक्ट्स शामिल रहे।
मेले में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिएप्रसिद्ध प्रोफेशनल कलाकारों द्वारा प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम नृत्य तथा गायन आदि आयोजित किए गए।
दिव्यांगजन की कई संस्थाओं द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई। इस मेले के जरिए दिव्यांगजन ने लगभग ₹70,00,000से अधिक का कारोबार किया।
कई कंपनियों की तरफ से दिव्यांगजन को परचेज आश्वासन भी मिले हैं। मेले में दिव्यांगजन को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने वाली संस्थाओं ने भी भागीदारी की।
मेले में दिव्यांगजन के लिए काम करने वाली राष्ट्रीय संस्थाओं निगमों कंपनियों ने भागीदारी कीभारत सरकार के निगम एनडीएफडीसी के पार्टनर बैंक बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक ने 180 दिव्यांगजन के लिए एक करोड़ से अधिक राशि के ऋण स्वीकृत किए।
यह मेला दिव्यांगजन में छुपे हुए विभिन्न प्रकार के टैलेंट को उजागर करने का मंच बन गया। कुछ दिव्यांग प्रतिभागियों ने स्टेजपर प्रस्तुति भी दी। देशी विदेशी पर्यटकों द्वारा मेले में विजिट की गई तथा इस प्रयास को सराहा गया।
मेले में आगंतुकों द्वारा स्वादिष्ट पकवानों का लुत्फ़ उठाया गया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण का इस तरह का मेले देश के कई शहरों में आयोजित करने का प्लान है। मेले को सफल बनाने में विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं की अच्छी भूमिका रही। अगला दिव्य कला मेला हैदराबाद में 6 अक्तूबर से शुरू होगा।

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