हिंदी दिवस के अवसर पर गुदड़ी के लाल शीर्षक के अंतर्गत विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ संपन्न।



हिंदी दिवस के अवसर

 पर गुदड़ी  के लाल शीर्षक

 के अंतर्गत विविध सांस्कृतिक 

कार्यक्रम का आयोजन हुआ संपन्न।


वाराणसी (राम आसरे)। डॉ.शम्भुनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के तर्ज पर अपनी 10 सेवा बस्तियों में ₹गुदड़ी के लाल" शीर्षक के अंतर्गत विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संस्था द्वारा इन सेवा बस्तियों में आर्थिक रूप से पिछड़े और साधनहीन बच्चों के मध्य विभिन्न विषयों पर वाद-विवाद निबंध चित्रकला गायन-वादन और नृत्य प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया। पुलकोहना की यासमीन ने शराब बंदी, दनियालपुर के आकाश ने लैंगिक समानता, अमरपुर शैलपुत्री की शबाना ने महिला सशक्तिकरण आदि। विषयों पर अपने बेबाक तर्क रखे। वहीं अमरपुर की सोनम ने दहेज की पीड़ा रुपनपुर की राशि और शादाब ने युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी और नशाखोरी की समस्या पर उत्कृष्ट निबंध लिखे। सारनाथ स्थित संस्था के खुला आश्रयगृह तथा मणिकर्णिका घाट स्थित बस्ती की घाट पाठशाला के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों व स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित रूप-सज्जा प्रतियोगिता में अपनी मनोहारी प्रस्तुति देकर यह साबित कर दिया कि यदि इन बच्चों को भी सबके समान अवसर मिले तो ये भी किसी साधन संपन्न बच्चों से कमतर नहीं है। उक्त सभी 10 बस्तियों से ऑनलाइन जुड़े इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था की कार्यक्रम निदेशक डॉ. रोली ने सभी बच्चों को हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग करते हुए इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने का संकल्प कराया। उन्होंने कहा कि यदि हमारे नीति नियंताओ की थोड़ी सी भी कृपा दृष्टि यदि इन बच्चों पर पड़ जाए तो इनका जीवन संवर जाएगा। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद व अन्य एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में भी प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर संस्था के सदस्य व समाजसेवी विशाल जायसवाल ने भी अपने जन्मदिन की खुशियां बच्चों संग बांटी। कार्यक्रम का संयोजन दीक्षा, दीपिका, गुलशन व सुलेखा ने किया। जिसमें धीरज, प्रभात, प्रेम, आरोही, शिल्पी, शबा व प्रीति आदि ने सहयोग प्रदान किया।

Post a Comment

0 Comments