राज्य साक्षरता कर्मचारी संघ द्वारा
आज अपनी मांगो के समर्थन
में धरना दिया गया
रांची, अवधेश कुमार यादव की रिपोर्ट :आज झारखंड राज्य साक्षरता कर्मचारी संघ राज भवन के सामने एक दिवसीय धरना दिया। उनका कहना है कि झारखण्ड राज्य को पूर्ण साक्षर बनाने के लिए वर्ष 94-95 से निःस्वार्थ भाव से कार्य करते आ रहे है। 2009-10 से साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत पंचायत में लोक शिक्षा केंद्र के माध्यम से दो प्रेरक ( एक महिला एक पुरुष ) अल्प मानदेय मात्र 2,000/- रु० (दो हजार रु०) में तथा प्रखंड अंचल स्तर पर प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक एवं जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक कार्य किये एवं हमलोगों से जनगणना, आर्थिक गणना,पल्स पोलियो, पशुगणना, बी० एल० ओ० राशन कार्ड, वृधा पेंशन, मतदाता जागरूकता, स्कूल चलो अभियान, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर, अनेको कार्य करवाया गया है ।31 मार्च 2018 से साक्षर भारत कार्यक्रम बंद होने से हजारों साक्षरता कर्मी के समक्ष भुखमरी की स्तिथि उत्पन्न हो गई है ।तथा कई साक्षरता कर्मी का जीवन लीला समाप्त हो चुकी है। केंद्र प्रायोजित नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के संचालन एवं कार्यान्वयन (राज्य स्थापना दिवस 15 नवम्बर 2022 से शुभारंभ किया जाना है) करने में हम सभी पंचायत स्तर, प्रखंड स्तर एवं जिला स्तर पर पूर्व में कार्यरत दक्ष एवं अनुभवी साक्षरता कर्मियों को समायोजित करने तथा साक्षर भारत कार्यक्रम में किये गए कार्य का वकाया मानदेय का भुगतान किया जाए।
उक्त जानकारी संजय कुमार सिंह प्रदेश अध्यक्ष ने दी है।
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