मुम्बई और एनसीआर से 4
ठग 1.87 करोड़ संग गिरफ्तार
वाराणसी(राम आसरे)। रेशम फर्म के मालिक को टैक्स में छूट दिलाने के नाम पर दिनदहाड़े 2 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले 4 ठगों पंकज भारद्वाज निवासी बाजार खंजाचीयान हिसार थाना सीटी हरियाणा, रोहन खिची निवासी टैंक रोड़ करोल वाग थाना प्रशान्तनगर नई दिल्ली, तरुन गौतम निवासी मलिकागंज थाना सब्जी मण्डी नई दिल्ली और सचिन शर्मा निवासी सावित्री चौराहा नगीना बाग अजमेर राजस्थान को कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। पकड़े गए तीन ठग पंकज भारद्वाज, रोहन खिची, और तरुन गौतम को मुम्बई से तो मास्टरमाइंड सचिन शर्मा को कौशांबी बस स्टैंड के पास, गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए ठगों को पुलिस आज न्यायालय में पेश करेगी। इस अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने वाली टीम को अपर मुख्य सचिव गृह ने 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। अकथा चौराहे के पास रहने वाला अंकित शुक्ला बेंगलुरु की मलदहिया क्षेत्र स्थित एक रेशम फर्म का मैनेजर है। अंकित के साथ उसका साला अश्वनी पांडेय भी काम करता है। अश्वनी की मुलाकात हाल के दिनों में अभिषेक और यश से हुई थी। दोनों ने अश्वनी को बताया था कि उनकी एक फर्म है जो अकाउंट संबंधी काम करती है। हम दोनों टैक्स में भारी राहत दिलाने का काम करते हैं। जितने पैसे में टैक्स में छूट दिलाई जाती है उसका एक प्रतिशत कमीशन लिया जाता है।
अश्वनी को अभिषेक और यश का सुझाव अच्छा लगा तो उसने अंकित को बताया। अश्वनी की बात से अंकित भी सहमत हो गया। अभिषेक और यश से पिशाचमोचन क्षेत्र स्थित उनके दो कमरे के ऑफिस में अंकित और अश्वनी ने मुलाकात की। अंकित ने अभिषेक और यश से दो करोड़ रुपए के टैक्स में राहत दिलाने की बात कही, तो उन्होंने उसे पैसा लेकर अपने ऑफिस बुलाया। अंकित अपने साले अश्वनी के साथ बीती 20 अप्रैल को अभिषेक और यश के ऑफिस में पहुंचा तो वहां दो बाउंसर संदीप और सोनू भी मिले।
अभिषेक और यश ने बताया कि संदीप और सोनू को पैसा गिनने के लिए बुलाया गया है। इसके बाद पहले कमरे में अंकित, अश्वनी, यश और सोनू बैठ गए। इसी बीच पहले कमरे से सोनू और यश बाहर निकले। थोड़ी देर बाद अश्वनी ने देखा कि दूसरे कमरे में दो करोड़ रुपए के साथ ही अभिषेक भी नहीं था और पीछे का दरवाजा खुला हुआ था। इस पर अश्वनी और अंकित ने दौड़ा कर संदीप को पकड़ लिया और सूचना पुलिस को दी।
फर्जी नाम पते पर लिया ऑफिस
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि विवेचना के दौरान पता चला कि शातिर ठगों ने फर्जी अभिषेक और यश नाम का उपयोग किया है। इन्होंने मलदहिया पर फर्जी ऑफिस खोलकर जीएसटी व अन्य टैक्स में भारी छूट दिलाने की बात कहकर 2 करोड़ की सौदेबाजी की।
सीपी ने बताया कि पकड़े गए चारों आरोपी काफी शातिराना और फिल्मी अंदाज में घटना को अंजाम देते हैं। इनके पास से ठगी के 1 करोड़ 87 लाख रुपये पुलिस ने बरामद किए हैं। धरपकड़ के लिए सर्विलांस प्रभारी अंजनी पांडेय के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच के दरोगा राजकुमार पांडेय और सूरज तिवारी की टीम गठित की गई थी। चारों से पूछताछ की जा रही है। ठगों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपए के पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा।

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