आज दिनांक 31/10/22 को चडरी
कोल जतरा स्थल में कोल जतरा
समिति के अध्यक्ष श्री प्रकाश मुंडा
की अगुवाई में जतरा का शुभारंभ हुआ ।
चडरी सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा ने इस अवसर पर जतरा के संबंध में बताया कि किसी भी गांव में जतरा का आयोजन पूर्वजों की दूरदर्शी सोच और व्यावहारिकता का परिचायक है , क्योंकि जिन परिस्थितियों में ऐसी व्यवस्था का सृजन हुआ उस समय ना तो यातायात की सुविधाएं थी और ना ही संचार के साधनों की व्यवस्था , लोगों के पास खेती बारी के अलावा पर्याप्त समय होता था जिसमें पारिवारिक संबंधों में चलाने , नवयुवक नवयुवतियों के भविष्य की चिंता और परस्पर एक दूसरे का सहयोग की भावना को ध्यान में रखकर पूर्वजों ने इसे स्थापित किया जो अब हम लोगों की सांस्कृतिक विरासत बन चुका है और इसे आने वाली पीढ़ियों को सौंपने की जिम्मेवारी अब हम लोगों की है ।
प्रधान महासचिव श्री सुरेंद्र लिंडा एवं चडरी सरना समिति के मुख्यसलहकार कुमोद कु0 वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कोल जतरा के संबंध में बताया कि सन् 1860 ईश्वी से पूर्वजों ने इसकी शुरुआत की और अब तीसरी व चौथी पीढ़ी इस सांस्कृतिक धरोहर को आने वाली पीढ़ी को सौंपने के लिए प्रतिबद्ध है , हमारे पूर्वज किन विकट परिस्थितियों में ऐसी महत्वपूर्ण व सर्वोच्च तथा निर्विवाद व्यवस्था बनाए और जारी रखे हम उनके आजीवन ऋणी रहेंगे । जतरा समिति के अध्यक्ष श्री प्रकाश मुंडा ने कहा कि गांवों का नगरीकरण और नगरों का शहरीकरण आदिवासियों की परंपराओं को थोड़ा संकुचित जरूर किया है लेकिन समाप्त नहीं कर सका । गांव की अधिकतर धार्मिक व सामाजिक भूमि अधिग्रहण कर सरकारी भवन खड़ी कर दी गई और चडरी गांव अब टोले के रूप में यह बचा रह गया है फिर भी यहां के आदिवासी अपने पूर्वजों की स्थापित धार्मिक - सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखें इसके लिए हमें अपने पूर्वजों को धन्यवाद देने की आवश्यकता है
गांव के पाहन श्री गुड्डू पाहन ने अपने इष्ट देवों और पूर्वजों को रंगवा मुर्गाओं की बलि देकर अपना प्राकृतिक धर्म निभाया और गांव के सभी लोगों के लिए मंगल कामना किया तथा कहा कि हमारे पूर्वजों की स्थापित परंपरा का निर्वहन कर रहा हूं जो बलि प्रथा से ही संपन्न होती है और ऐसी प्रथाएं किसी और तरीके से करना हमारी संस्कृति और सभ्यता से खिलवाड़ करना होगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से चडरी सरना समिति के मुख्य संरक्षक श्री जितेंद्र सिंह पूजा समिति अध्यक्ष श्री सबलू मुंडा कार्यकारी अध्यक्ष आकाश मुंडा राजेश मुंडा शंकर लिंडा बादल लिंडा संजय लकड़ा मंगल मुंडा विकी मुंडा अमनदीप मुंडा बजरंग मुंडा पल्लू मुंडा राहुल मुंडा उदय मुंडा प्रेम लिंडा चीकू लिंडा आशीष लिंडा सागर भगत दीपक मुंडा अप्पू लिंडा प्रदीप मुंडा रामा मुंडा पनीर मुंडा अजीत नायक सूरज नायक विश्वनाथ मुंडा छोटू पहान फूदकू पहान बबलू पहान अशोक मुंडा भोला केसरी सबलू खान बंटी मुंडा एवं सैकड़ों की संख्या में चडरी सरना समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे। देर शाम रंगारंग कार्यक्रम भी होगा। साथ ही साथ सामाजिक अगुआ लोगो को सम्मानित भी किया जाएगा।
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