करवा चौथ पर्व पर
विशेष ( आलेख )
करवा चौथ को बनाएं कुछ खास
सामान्यतः करवा चौथ उत्तर भारत का एक प्रचलित त्यौहार है जो की हर सुहागन स्त्री करवा चौथ पर अपने पति की दीर्घायु के लिए रखती है। करवा चौथ के साथ पौराणिक, धार्मिक मान्यताएं जुड़ी होने के साथ यह बहुत खास हो जाता है। वैसे तो साल भर मैं चतुर्थी तिथि कई बार आती है परंतु साल की बड़ी चार चौथ व्रत में से यह एक है। इसे कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन सुहागन स्त्रियां अपने सौभाग्य की प्राप्ति के लिए श्री गणेश जी की आराधना करते हुए चौथ माता का निर्जल व्रत , सुबह सूर्योदय से श्याम चंद्रोदय तक रखती है । ऐसी मान्यता है कि स्त्रियां चंद्र दर्शन करने के पश्चात् ही अपना व्रत खोलती है।
करवा चौथ को खास बनाने के लिए यहां कुछ आपको रोचक तथ्य की जानकारी दी जा रही है जिन्हें पढ़कर यदि आप अमल करेंगे तो आप का व्रत हमेशा खास रहेगा आपके लिए।
1. करवा चौथ पर पूजन से पहले करें तैयारी:
करवा चौथ के लिए पहले से ही तैयारियां कर लीजिए, ताकि कोई भी महत्वपूर्ण चीज त्यौहार में आप से छूट न जाए। इसमें प्रमुख रूप से करवा का उपयोग किया जाता है यह एक मिट्टी का पात्र होता है जिससे चंद्रमा को अर्ध देते हैं , फल मिठाई और छलनी का उपयोग भी होता है ऐसा माना जाता है सुहागन स्त्रियां छलनी की सहायता से पहले चंद्रमा के दर्शन करती है, फिर उसी छलनी में अपने अपने पति के दर्शन भी करती है ।इस व्रत मैं सीधे पति का मुख देखना वर्जित है। इसके अलावा सोलह श्रृंगार के सामान को भी पूजा में रखते हैं ताकि पूजा के बाद उसे किसी धर्म स्थान या किसी महिला को दान किया जा सके।
2. यादगार रहे आपके करवा चौथ:
अधिकांश महिलाएं खुद की शॉपिंग करती है बहुत कुछ ऐसा खरीदती है जिससे वह आकर्षक और सुंदर दिखे ।ऐसे में आपको कोई सुंदर सा गिफ्ट अपने जीवन साथी के लिए भी लेना चाहिए ताकि जव आप व्रत खोलें तो उनके चेहरे पर भी मुस्कुराहट हो यह सिर्फ उपवास नहीं है । यह पति पत्नी के बीच के प्रेम संबंध को और प्रगाढ़ करने की चाबी है, यह जरूरी नहीं की पति ही आपके लिए सब कुछ करें यह एक सच्ची भावना है । आप भी एक प्रेमिका की तरह अपने पति को उपहार या गिफ्ट देकर उनको सम्मान दे सकती है।
3. सुंदर दिखने के लिए हो कुछ इस तरह आपके विचार
हर स्त्री इस दिन आकर्षित दिखने के लिए सुंदर वस्त्र पहनती है इसकी जगह आप अपने पति की पसंद से भी तैयार हो सकती है क्योंकि प्रेम एक ऐसी सच्ची भावना है जिसके होने से आपके अंदर का भाव और भी निखर कर सामने आ जाता है।
करवा चौथ प्रेम का त्यौहार है कोशिश करें के इस दिन आप अपने पति के साथ समय बिताएं और यदि संभव नहीं है, वे आपसे दूर है तो कम से कम उनसे फोन पर बात करके उनकी पसंद से सारे काम करने की अनुमति जरूर मांगे ताकि वह दूर रहकर भी, आपके होने का उनको एहसास हो। प्रेम के लिए सिर्फ प्रेम काफी नहीं है कभी कभी जीवन में प्रेम का एहसास कराना भी बहुत जरूरी हो जाता है।
4. ईश्वर का आशीर्वाद के साथ पूर्ण हो व्रत:
इस दिन यदि संभव हो तो पूर्ण तरह तैयार होकर एक साथ पति पत्नी को मंदिर अवश्य जाना चाहिए वह कहते हैं कि ईश्वर के आशीर्वाद के बिना सब कुछ अधूरा है बड़े बुजुर्गों का पैर छूना उनका सम्मान पूर्वक आशीर्वाद लेना एवं ईश्वर से अपने वैवाहिक संबंध को और प्रगाढ़ करने की प्रार्थना करना भी हितकारी है।
अधिकांश पुरुष काम को ही महत्व देते हैं इस दिन पुरुषों को भी चाहिए, कि वह कुछ समय अपनी जीवनसंगिनी के लिए भी निकालें उन्हें भी बधाई दें। यदि उपवास नहीं रख सकते तो कम से कम उपवास या पूजा-पाठ के कामों में उनका हाथ बटा सकते हैं इससे आप की पत्नियों को भी अच्छा लगेगा और आप को साथ में समय बिताने का एक अच्छा अवसर मिलेगा।
यह धार्मिक परंपराएं पूजा पाठ किस त्यौहार परस्पर समय बिताने के लिए अच्छे अवसर होते हैं हमें इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए अपने परिवार को समय देने के लिए इनमें कई ऐसे काम करने चाहिए जो हमारे परिवार के सदस्यों के चेहरे पर खुशी लाए इस प्रकार हम हर एक उत्सव और करवा चौथ के त्यौहार को छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर यादगार बना सकते हैं।
प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
मध्य प्रदेश, ग्वालियर
भारत
मेरे द्वारा इस प्रेरक प्रसंग में लिखे गए समस्त विचार स्वतंत्र है स्वरचित मौलिक व अप्रकाशित है।

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