चैती ठुमरी कजरी जैसी पारंपरिक विरासत को विलुप्त होने से बचाना होगा- काशीरत्न डॉ सुभाष चंद्र

चैती ठुमरी कजरी जैसी पारंपरिक

 विरासत को विलुप्त होने से बचाना

 होगा- काशीरत्न डॉ सुभाष चंद्र




वाराणसी(राम आसरे)। लंका -शिव शक्ति कॉम्प्लेक्स स्थित द हंगर रेस्टोरेंट में साहित्यिक व सामाजिक संस्था नादान परिंदे साहित्य मंच एवं कविताम्बरा के संयुक्त तत्वाधान में कजरी सावन महोत्सव 2023 का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थापक डॉ सुभाष चंद्रा ने मुख्य अतिथि पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि के रूप में विष्णु भूषण मिश्र, अपर आयुक्त प्रशासन वाराणसी चंद्रभाल सुकुमार, पूर्व जिला जज डॉ दीपक सिंह, डायरेक्टर ध्येय आईएएस डॉ ओ पी प्रजापति, कर्नल गोविंद सिंह, अरविंद कुमार जोशी, प्रकाश कुमार श्रीवास्तव, गणेश जी के साथ दीप प्रज्वलन कर एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।
डॉ सुबाष चंद्र ने सभी सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिन्ह मोमेंटो शाल रुद्राक्ष की माला गीता देकर स्वागत किया।
समारोह में पूरे देश से आए हुए साहित्यकारों गजल कारों गीत कारों तथा अन्य कला क्षेत्र में कजरी रत्न 2023 का सम्मान दिया गया।
उक्त मौके पर संस्थापक डॉ सुभाष चंद्रा ने बताया पहले के समय में चैती ठुमरी कजरी आदि के लिए समर्पित संगीत समारोह हुआ करते थे। लेकिन, धीरे-धीरे आधुनिकता की दौड़ में हमारी पारंपरिक विरासत एवं संस्कृति लुप्त हो रही है। संगीत का भी बाजारीकरण होने लगा है जिस पर अश्लीलता हावी हो गई है। जो चितनीय विषय है। इसके लिए हर सभी को आगे बढ़कर आधुनिकता में हो रही अपनी संस्कृति को बचाना होगा इसी उद्देश्य से हमारी संस्था नादान परिंदे साहित्य मंच समय-समय पर सांस्कृतिक व पारंपरिक समारोह आयोजित रहती है।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शरद कुमार श्रीवास्तव शरद ने किया। इस मौके पर कजरी गायन की प्रस्तुति हुई जिसमें प्रमुख रूप से कवि सिद्धनाथ शर्मा, डॉ धर्म प्रकाश मिश्र, भुलक्कड़ बनारसी, सुषमा जौनपुरी, वत्सला श्रीवास्तव, परमहंस तिवारी परम, डॉ नसीमा निशा, झरना मुखर्जी, करुणा सिंह, मधुलिका राय, डॉ सविता सौरव, डॉ कैलाश सिंह, विकास, काली शंकर उपाध्याय, महेंद्र अलंकार, प्रज्ञा श्रीवास्तव, सोनी, लखमानी, शालिनी गोस्वामी, सोनी जायसवाल, सुनील सिंह राजपूत, पवन सिंह, कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक, संदीप मौर्य, कुशल दास गुप्ता, दीपक दबंग, कवि सुख मंगल सिंह मंगल, रश्मि जायसवाल, भोलानाथ, टीका राम शर्मा, रमेश चंद्र पांडे, समीम गाजीपुरी, बीना राय, राहुल मिश्रा, निरंजन चौबे आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आए सभी कवियों को साल मोमेंटो स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मधुकर मिश्रा ने किया वह कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ दीपक सिंह ने किया।

Post a Comment

0 Comments