"राष्ट्रीय MDA (फाइलेरिया)
कार्यक्रम 2025" के सफलता हेतु
जिला टास्क फोर्स एवं जिला
समन्वयक समिति (Sparsh
Leprosy) की बैठक
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प्रतीकात्मक तस्वीर |
उपायुक्त, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त रांची, श्री दिनेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक
फाइलेरिया से बचाव के लिए जिले में कुल 218 गांव में 646 दवा प्रशासको के द्वारा 10 फरवरी को बूथ पर एवं 11 से 25 फरवरी 2025 को घर-घर जाकर अपने सामने दवा प्रशासको के द्वारा खिलाई जाएगी
कुष्ठ रोग के प्रति लोगो को जागरूक करने का निर्देश
उपायुक्त, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त रांची, श्री दिनेश कुमार की अध्यक्षता में आज दिनांक 21 जनवरी 2025 को समाहरणालय ब्लॉक- ए स्थित सभागार में "राष्ट्रीय MDA (फाइलेरिया) कार्यक्रम 2025" के सफलता हेतु जिला टास्क फोर्स एवं जिला समन्वयक समिति (Sparsh Leprosy) की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सिविल सर्जन सदर रांची, डॉ प्रभात कुमार, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी, डॉ सीमा गुप्ता, जिला मलेरिया पदाधिकारी, डॉ एस० बासकी जिला यक्ष्मा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी तमाड़, जिला कुष्ठ पदाधिकारी रांची, जिला टीबी पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, प्रखंड लेखा पदाधिकारी, मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर, जिला भी.वी.डी सलाहकार, जिला एफ. एल.ए. एवं पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
राष्ट्रीय MDA (फाइलेरिया) कार्यक्रम 2025" के सफलता हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक
फाइलेरिया के विलोपन हेतु इस वर्ष 2025 में रांची जिला के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओरमांझी एवं तमाड़ में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम मनाया जा रहा है, जिसमें कुल 279 350 व्यक्तियों को डी.ई.सी. अल्बेंडाजोल की दवा ( गर्भवती महिलाएं 2वर्ष से छोटे बच्चे एवं अत्यंत गंभीर बीमारी व्यक्ति को छोड़कर ) खिलाई जाएगी। फाइलेरिया एवं गंभीर बीमारी है जो संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है। इस बीमारी से प्रत्येक वर्ष उम्र के अनुसार एक खुराक डी. ई.सी एवं अल्बेंडाजोल खाकर बचा जा सकता है।
जिले में कुल 218 गांव में 646 दवा प्रशासको के द्वारा 10 फरवरी को बूथ पर एवं 11 से 25 फरवरी 2025 को घर-घर जाकर अपने सामने दवा प्रशासको के द्वारा खिलाई जाएगी। 1 से 2 वर्ष के बच्चों को अल्बेंडाजोल की आधी गोली पानी में घोलकर खिलाना है।
इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्यवयन हेतु सभी गांव विद्यालयों में मलेरिया जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है। विभिन्न विभागों का प्रशिक्षण भी कराया जा रहा है साथ ही Morbidity management किट वितरित किया जा रहा है। फाइलेरिया से ग्रसित रोगियों का विकलांगता प्रमाण पत्र भी बनाया जा रहा है।
जिला समन्वयक समिति (Sparsh Leprosy) की बैठक
स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 2025 एवं कुष्ठ रोग खोज अभियान (द्वितीय चक्र) LCDC 2025 के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन को लेकर बैठक में उप विकास आयुक्त ने प्रखंड, गाँव स्तर पर ग्रामगोष्ठी का आयोजन करने, आंगनबाडी, स्कूलों व स्वास्थ्य केन्द्रों में शपथ दिलाने एवं कुष्ठ रोग के प्रति लोगो को जागरूक करने का निर्देश दिया ।
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया की फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान कार्यक्रम 30 जनवरी 2025 से 14 कुष्ठ रोग खोज अभियान (द्वितीय चक्र) LCDC 2025 अभियान चलाया जायेगा। इस कार्यक्रम के दौरान जिन जिन गांवो में विगत पांच वर्षों के अन्दर कुष्ठ रोगी मिले है वह सहिया एवं पुरुष स्वंय सेवक द्वार घर घर जा कर लोगों का शारीरिक जाँच की जायेगी एवं उन्हें कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इस अभियान के दौरान यह भी बताया जायेगा कि ईलाज करने से इस रोग से निजत मिल जाती है। दवाइयों का खुराक नियमित रूप से करने से यह रोग पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है। उपचार एवं इसकी दवा सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्कः दी जाती है। बैठक में जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी के द्वारा पूर्ण रूप से इस कार्यक्रम को लेकर पर प्रकाश डाला गया ।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त ने सभी सम्बंधित पदाधिकारियों को कुष्ठ रोग और फाइलेरिया को दूर भागने एवं इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की शपथ दिलाई।
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