"सशक्त समाज के लिए दिव्यांगता के प्रति जागरुकता जरूरी"

"सशक्त समाज के 

लिए दिव्यांगता के प्रति

 जागरुकता जरूरी"




मंद बुद्धि व मूक बधिर विशेष दिव्यांग बच्चों के विद्यालय सृजन हैल्प संस्थान इरगू रोड़ कुम्हार टोली रांची (पहाड़ी मंदिर के पीछे) के परिसर में आयोजित दिव्यांगों की सभा में रांची शहर और आसपास से आये. सैंकड़ों दिव्यांगों की एक सभा का आयोजन सेवा विभाग विश्व हिन्दू परिषद झारखंड की ओर से किया गया. इस सभा में बहुत से अन्तराष्ट्रीय दिव्यांग खिलाड़ियों ने भाग लिया.

सभा को संबोधित करते हुए अन्तराष्ट्रीय दिव्यांग खेलों के व पारा ऑलम्पिक के मुकेश कंचन ने दिव्यांगता के प्रति संवेदनशीलता को बल दिया वहीं दिव्यांगता के लिये एडवोकेसी करने वाले राही जी ने दिव्यांगों को समाज में सम्मानजनक स्थान देने, उनके भरण-पोषण के लिए चुनी हुई सरकारों से सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की बात कही वहीं विश्व हिन्दू परिषद झारखंड के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद सिंह मुंडा ने पांचों उंगलियों का उदारहण देते हुए कहा कि बन्द मुट्ठी में बल होता है. समाज के अन्तिम पायदान पर अवस्थित दिव्यांग जनों की सुध लेना उनके प्रति समाज की संवेदनशीलता सुन्दर और स्वस्थ समाज के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा.

खग की भाषा खग ही जाने. सृजन हैल्प संस्थान की निदेशिका गुंजन गुप्ता ने बताया कि उनकी अपनी बेटी जूही कुमारी, जो डाउन सिन्ड्रोम की बच्ची है, को पालने में आ रहा कठिनाई को देखते हुऐ विशेष दिव्यांग बच्चों के लिये अशोक कुमार अग्रवाल के संरक्षण में यह शिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र शुरु किया है. हिन्दू समाज को इन बच्चों की सुरक्षा करनी चाहिये और समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अपनत्व स्नेह और प्यार देना चाहिए.

अशोक कुमार अग्रवाल प्रांत सह सेवा प्रमुख विहिप झारखंड ने खूंटी जिला निवासी प्रसिद्ध व्यवसायी स्व. रामा बाबू सरावगी के दिव्यांग पौत्र केशव सरावगी के अल्पायु में गौलोक वासी होने पर दो मिनट का मौन रख सभी बन्धुओं द्वारा श्रद्धांजली अर्पित की, साथ ही परिजनों से आह्वान किया कि सभी दिव्यांगों में स्व केशव की छवि देखें. सुशील बजाज ने सभी दिव्यांग बन्धुओं के बीच प्रसाद और दो व्हीलचेयर्स व अन्य सहायक उपकरणों का वितरण किया. दिव्यांग बन्धु ओम प्रकाश धनबाद, कोरिल कुमार लातेहार, संजय कुमार पासवान लातेहार, बीना कुमारी "सक्षम" बरियातू, जाहिद अंसारी पिठूरिया और जोगेश्वर कुमार कांके ने भी दिव्यांगों के प्रति समाज को सहनशील और स्नेही बनने पर बल दिया.

सेवा विभाग के प्रवक्ता संजय सर्राफ ने बताया कि दिव्यांगों के लिए सहायक उपस्कर, उनके शिक्षण प्रशिक्षण के लिए बहुत सी संस्थाओं का सहयोग किया जा रहा है. उनकी जैविक और नैसर्गिक आवश्यकताओं को देखते हुए दिव्यांग बन्धुओं और दृष्टिबाधित दिव्यांगों का समय समय पर सामूहिक आदर्श विवाह भी कराया जा रहा है. अब तक 54 से अधिक दिव्यांगों का विवाह कराया जा चुका है.

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