जिला स्वास्थ्य समिति
की बैठक सम्पन्न
जिलाधिकारी ने सभी सी0एच0सी/पी0एच0सी0 पर संस्थागत प्रसव को बढ़ाने, दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने के दिए निर्देश
अस्पतालों में सभी चिकित्सकों व कर्मचारियों को समय से उपस्थित रहने के दिए निर्देश
कार्य में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के विरूद्ध की जायेगी कड़ी कार्रवाई
प्रयागराज। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में मंगलवार को सर्किट हाउस के सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम, मंत्रा पोर्टल पर प्रसव की इंट्री, ई-कवच एप, आयुष्मान योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आरसीएच पोर्टल पर पंजीकरण एवं अपडेशन के कार्यों सहित स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यों में प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश सभी संबंधित को दिए है।
जिलाधिकारी ने सभी सरकारी अस्पतालों में उपकरण सहित अन्य मूलभूत उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जिन भी अस्पतालों में जो भी कमिया हैं, उन्हें 08 जून तक दूरूस्त करा लें। उन्होंने प्रत्येक चिकित्सालय के प्रभारियों से रोस्टर के अनुसार चिकित्सक अस्पताल में आते है या नहीं, की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी चिकित्सक समय से अस्पताल में पहुंचे। उन्होंने दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेते हुए पूछा कि ओपीडी कितनी दवाएं उपलब्ध है, जिसमें मोती लाल नेहरू मण्डलीय चिकित्सालय के प्रभारी डॉ0 चौधरी के द्वारा बताया गया कि 287 दवाएं है और सभी दवाएं उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने कहा कि एमआर किसी भी दशा में चिकिल्सालय परिसर के अंदर घूमते हुए न मिले। यदि घूमते हुए पाये गये, तो उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्सालयों में मरीजों व उनके तिमारदारों के लिए एसी और वाटर कूलर के साथ पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहे। उन्होंने चिकित्सालयों में इन सभी व्यवस्थाओं की जांच भी कराये जाने के लिए कहा है। कहा कि यदि कहीं पर भी ये कमियां पायी गयी तो सम्बंधित सम्बंधित प्रभारी के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। सभी अस्पतालों में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था रहे। कहा कि अस्पताल में लगे सभी उपकरण क्रियाशील स्थिति में रहे। उन्होंने कहा कि जिन अस्पतालों में मैनपॉवर या उपकरणों की कमी है, वे इसकी सूची उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने पैथोलॉजी की जानकारी लेते हुए कहा कि पैथोलॉजी में प्रयुक्त उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्थायें बनाये रखने के लिए सम्बंधित को निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने एम्बुलेंस की क्रियाशीलता की जानकारी लेते हुए एम्बुलेंस अटेंडेंट को अच्छे से प्रशिक्षण दिए जाने के लिए कहा है, जिससे की वे मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें। जिलाधिकारी ने ब्लड बैंेको में ब्लड की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए रिफीलिंग की व्यवस्था बनाये रखने के लिए कहा है। अस्पतालों के अंदर प्रकाश, सड़क, पार्किंग एवं साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने आशाओं के भुगतान की जानकारी लेते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरगढ़ के प्रभारी चिकित्साधिकारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आशाओं के भुगतान सम्बंधी कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने एफआरयू की समीक्षा करते हुए कहा कि जिस भी सीएचसी में कम प्रसव होगा, तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने ज्वाइंट कमेटी बनाकर जांच कराये जाने के लिए निर्देशित किया है। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 परवेज अख्तर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निरंतर मानीटरिंग करते रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कार्य में लापरवाही बरतने वाले आशाओं की सेवा समाप्त करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने आरबीएसके की समीक्षा करते हुए कहा कि 2 दिव्यांग बच्चे, जिनका आपरेशन होना है, उसके लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने टीकाकरण की समीक्षा के करते हुए टीकाकरण की प्रगति को बढ़ाये जाने तथा प्रसव के उपरांत बच्चों को अनिवार्य रूप से सभी टीको को लगाया जाना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है, ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण से ना छूटने पाए। टीकाकरण में लापरवाही पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मेडिसिन व किट की उपलब्धता बनाये रखें। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बीएचएसएनडी सेशन के दौरान अपने अपने क्षेत्र का भ्रमण करके टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित कराये जाने तथा ड्यूलिस्ट के अनुसार सभी को टीका, जांच व दवाएं उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है। विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष संस्थागत प्रसव कम होने व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कम संस्थागत प्रसव होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से एएनएम एवं सुपरवाइजरों की बैठक कर स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की कहां पर कमी है, के बारे में जानकारी प्राप्त करने और सम्बंधित उपकरणों को क्रय कर कमियों को दूर करने के साथ-साथ सुपरवाइजरों को मानीटरिंग करने के निर्देश दिए है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि स्वास्थ्य संबंधी उपकरण आदि व्यवस्थाओं में जो कमी है उसे संबंधित से समन्वय बनाते हुए पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाओं में जो कमियां है, उनका भी संबंधित के साथ बैठक कर निराकरण कराया जाए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अरूण कुमार तिवारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
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