बुझ गया दो घरों का
इकलौता चिराग।
गाजियाबाद(राम आसरे)। जिले के मोदीनगर में हापुड़ रोड स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के पांचवीं कक्षा के छात्र अनुराग भारद्वाज (10) की स्कूल बस से बाहर सिर निकालने पर लोहे के गेट से टकराने से मौत हो गई।
बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे यह दर्दनाक हादसा स्कूल से 300 मीटर पहले हुआ। दयावती मोदी पब्लिक स्कूल बस में सवार दस वर्षीय छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत के रहस्य का पर्दा जांच के बाद उठेगा। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है जबकि स्कूल प्रबंधन घटना को हादसा बता रहा है। जो भी हो मगर घटना से दो घरों का चिराग बुझ गया है। अनुराग दो घरों का इकलौता पुत्र था। परिजनों ने बिलखते हुए बताया कि अनुराग की बुआ भी सूरत सिटी में रहती है उनके एक बिटिया है और वह अनुराग को अपने बच्चे की तरह ही मानती थीं। घर में अब बस अनुराग की बड़ी बहन अंजलि ही रह गई है। अनुराग की मौत की सूचना के बाद पूरे सूरत सिटी में शोक की लहर दौड़ गई और अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले। हादसे के बाद कई बच्चे हुए बेहोश, पड़ोस में बैठे बच्चे को लगा सदमा
स्कूल बस में छात्र अनुराग की मौत के प्रत्यक्षदर्शी अन्य छात्र सदमे में आ गए। कई बच्चे बेहोश हो गए। बस के अंदर बिखरा खून घटना की भयावहता बयां कर रहा था। छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर घटना के बारे में बताया। एक छात्र को घटना के बाद दस्त शुरू हो गई। घटना के बाद भी नहीं की स्कूल की छुट्टी
छात्र अनुराग की मौत के बाद भी दयावती मोदी पब्लिक स्कूल में शिक्षण कार्य चलता रहा। स्कूल की छुट्टी नहीं की गई। इसे लेकर अभिभावकों ने रोष जताया तथा प्रबंधन को संवेदनहीन बताया। पिता ने चार दिन पूर्व देखी थी अनुराग की सूरत
अनुराग के पिता नितिन शर्मा स्वास्थ विभाग में मुरादाबाद में तैनात हैं। परिजनों ने बताया कि वीकेंड पर वह सब लोग मसूरी घूमने गए थे। वहां से घूम कर लौटे तो बहुत हंसी खुशी का माहौल था। मसूरी से लौटने के बाद नितिन डयूटी पर मुरादाबाद चले गए। बुधवार को उन्हें घटना की सूचना मिली तो गमों का पहाड़ टूट पड़ा। वह बिलखते हुए हर बार मनहूस घड़ी को ही कोसते रहे। परिजन उन्हें ढांढस बंधाते रहें मगर बार-बार पुत्र को याद कर वह टूट जा रहे थे।
अनुराग की मौत के बाद उनके परिजनों के अलावा अन्य सैकड़ों अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए। बताया गया कि परिजनों ने हादसे के बारे में पूछा तो प्रिंसिपल चुप्पी साध गए। मौके पर आई महिलाएं आक्रोशित हो गईं और उन्होंने इस बात से नाराज होकर प्रिंसिपल पर चप्पल बरसा दी। कार्यालय के सामान को भी इधर फेंक दिया। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला।
0 Comments