आज रांची प्रेस क्लब में एक संवाददाता
सम्मेलन में आदित्य विक्रम जयसवाल
ने कहा :कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष
का चुनाव 17 अक्टूबर को है
रांची, अवधेश कुमार यादव की रिपोर्ट :आज 15 अक्टूबर 2022 को रांची प्रेस क्लब में आदित्य विक्रम जसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर 2022 को 25 वर्षों के बाद लोकतांत्रिक पद्धति के तहत होने जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का सांगठनिक चुनाव एक आंतरिक प्रक्रिया हैं। यह चुनाव व्यापक जनहित को प्रोत्साहित करने और पार्टी कार्यकर्ताओ को प्रेरित करने का अवसर भी प्रदान करता है। आदरणीय श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं राहुल गांधी जी का भी सोच था कि कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष का चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हों। इसी सोच के तहत कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में डॉ0 शशि थरूर जी खड़े हुए है और झारखंड सहित पूरे देश के सम्मानित डेलिगेट साथियों से वोट के लिए आशान्वित हैं और सबों से आग्रह भी हैं।
मालूम हो कि झारखंड में 319 डेलिगेट्स है दिनांक 17 अक्टूबर को प्रदेश कार्यालय में सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक मतदान होगा प्रदेश कार्यालय में दो बुथ सेंटर बनाए गए हैं |
मालूम हो कि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर 2022 तक थी ,वोटिंग 17 अक्टूबर को होगी, जबकि चुनाव परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
डॉ0 शशि थरूर जी ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर प्रदेश प्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए कहा कि मेरा उद्देश्य है पार्टी को फिर से खङा करना, इसे फिर से सक्रिय करना, कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाना, सत्ता का विकेंद्रीकरण करने के साथ लोगों के संपर्क में रहना है। उनका मानना है कि यह कांग्रेस को 2024 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा से लड़ने के लिए राजनीतिक रूप से सशक्त बनाएगा।
डॉ शशि थरूर जी का सोच है कि अपनी पार्टी के काम करने के तरीको में सुधार करने की जरूरत है। हमें युवाओं को पार्टी में लाने और उन्हें वास्तविक अधिकार देने की जरूरत है। साथ ही हमें मेहनती और लंबे समय तक सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं को अधिक सम्मान देना चाहिए। कांग्रेस पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत करने के साथ पार्टी महासचिवों का उपयोग सही से करना है।
चुनावी घोषणापत्र में 10 बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया।
1- कायाकल्प की प्रक्रिया को अपनाएं
घोषणापत्र के जरिए थरूर ने कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के लिए गांव, ब्लॉक, जिला के साथ साथ राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं को आगे लाने की बात कही है। साथ युवाओं की आकांक्षाओं को समझने और सरकार में उनको बढ़ावा देने की बात कही है। घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रयासों और उनके बलिदान का सम्मान कर उनको पुरस्कृत करन पर जोर देना होगा।
2- संगठन का विकेंद्रीकरण
घोषणापत्र में हर स्तर पर नेतृत्व की आवश्यकताओं पर जोर दिया गया है। साथ ही बताया गया है कि कांग्रेस को सत्ता का विकेंद्रीकरण करते हुएt पार्टी के जमीनी पदाधिकारियों को सही मायने में सशक्त बनाकर राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने पर काम करना चाहिए। कांग्रेस को पहले की तरह मजबूत करने के लिए राज्य, जिला और ब्लॉक नेताओं को शक्तियां सौंपनी होंगी इससे न केवल नेता को दायित्वों के बोझ से छुटकारा मिलेगा बल्कि राज्य को मजबूत बनाने में हमारी मदद करेगा।
3- एआईसीसी मुख्यालय की भूमिका की फिर से कल्पना
कांग्रेस के पास एक पूर्णकालिक अध्यक्ष होना चाहिए जो अपने कार्यकर्ताओं से हफ्ते में दो बार बातचीत करे। एक ऐसा अध्यक्ष जो नियमित रूप से बैठकर पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को सुने और बिना किसी भय और संकोच के पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता अपनी बात अध्यक्ष के समक्ष रख सके। साथ ही महासचिवों के साथ अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए। राज्य स्तर पर पदाधिकारी कम किए जाएं जिनकी कोई जरूरत नहीं है।
4- पार्टी के मूल विश्वासों को दोहराएं
कांग्रेस पार्टी संविधान से लेकर धर्म, भाषा और लिंग के साथ न्याय के वादे पर खरी उतरती है। हम समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं का सम्मान करते हुए धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों और भारत की विविधता और बहुलतावाद के सम्मान की पुष्टि करेंगे।
5- पार्टी में व्यापक भागीदारी
पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के नियम, पार्टी पदों के लिए कार्यकाल की सीमा के साथ 50 से कम उम्र के लोगों के लिए टिकट और पार्टी पदों पर महिलाओं, युवाओं, एससी/ एसटी/ओबीसी के साथ अल्पसंख्यकों को नियुक्त किया जाएगा।
6- चुनाव प्रबंधन को मजबूत करना
उम्मीदवार के चयन को लेकर पेशेवर तकनीक पर ध्यान दिया जाएगा। उम्मीदवारों को एक ही सीट पर दो चुनाव हारने के बाद फिर से दोहराया नहीं जाएगा। चुनाव प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए डेटा तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
7- युवाओं पर अधिक ध्यान
कांग्रेस को फिर से जीताने के लिए युवाओं के मुद्दों को उठाया जाएगा। बेराजगार युवाओं, कार्यरत युवाओं खासकर आईटी क्षेत्र के, इसी के साथ प्रवासी युवाओं के मुद्दों को उठाया जाएगा। राष्ट निर्माण के लिए कांग्रेस को जॉब फेयर, स्किलिंग के साथ नए उद्योग में सहयोग को लेकर भी बड़ी भूमिका निभानी होगी।
8- महिलाओं के लिए बड़ी भूमिका
हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा दिया था। इसी को ध्यान में रखते हुए थरूर ने घोषणापत्र में कहा है कि कांग्रेस महिलाओं के नेतृत्व का समर्थन करेगी साथ ही महिलाओं को उन मुद्दों को उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जो वास्तव में हमारे समाज में महिलाओं के लिए मायने रखते हैं। चुनाव में महिलाओं के लिए पद और सीट आरक्षित किए जाएंगे। इसके लिए कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने के लिए काम करेगी।
9- उद्योग और पेशेवरों के लिए आउटरीच
कांग्रेस तकनीक पेशेवरों के साथ निजी क्षेत्रों को में रोजगार सृजन के साथ पेशेवर निकायों को मजबूत करने पर जोर देगी। साथ ही कहा कि एमएसएमई क्षेत्र को फिर से खड़ा करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए।
10- सामाजिक कार्य के रूप में राजनीति के लोकाचार पर लौटें
थरूर ने कहा कि घोषणापत्र में कांग्रेस को सामाजिक कार्य के लोकाचार की ओर लौटने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर, वह संसदीय बोर्ड जैसे कुछ संस्थानों को पुनर्जीवित करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी को पांच साल में एक बार चुनाव लड़ने की मशीन नहीं समझना चाहिए , लेकिन उसके साथ रहना चाहिए और लोगों की सेवा करनी चाहिए। हमें लोगों से जुड़ना चाहिए और उनके साथ काम करना चाहिए।
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