काशी हिंदू विश्वविद्यालय में गुरूवार से दो दिवसीय स्वास्थ्य मेले का हुआ शुभारम्भ।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में गुरूवार

 से दो दिवसीय स्वास्थ्य मेले

 का हुआ शुभारम्भ।



वाराणसी (राम आसरे)। शुक्रवार को भी मेले में काफी भीड़ उमड़ी। इसमें तीनों संकाय एवं नर्सिंग कॉलेज के कुल 70 स्टॉल लगाए गए हैं। द्रव्य गुण विभाग द्वारा हर दिन हर घर आयुर्वेद को आधार बनाकर औषध रूप में मसाले, गिलोय, विभिन्न औषधियों आंवला, अश्वगंधा, पिपली, अर्जुन की छाल आदि औषधियों का प्रदर्शन किया गया। दंत चिकित्सा संकाय द्वारा दांतों के माडल, दातों में कीड़ा लगने से बचाव आरसीटी, कैपिंग, मसूड़ा इम्प्लीमेंट आदि के स्टाल लगाए गए हैं। नर्सिंग महाविद्यालय की ओर से डेंगू से बचाव, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण, परिवार नियोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, बीमारी से देखभाल, एड्स रोकथाम, प्रसव पूर्व देखभाल, जच्चा बच्चा देखभाल, आदि के विषय में बताया जा रहा है। क्रिया शारीर विभाग की ओर से प्रकृति, अग्निबल, सार परीक्षा आदि के द्वारा रोगों की चिकित्सा की जानकारी दी जा रही है। पंचकर्म विभाग द्वारा वात व्याधि, त्वक रोग, अस्थमा, उदररोग, शोधन, शरद ऋतु में विरेचन आदि के द्वारा रोगियों का इलाज किया जा रहा है। रसशास्त्र विभाग की ओर से विभिन्न औषधियों, चूर्ण, आसव, साबुन, बेबी साबुन, हर्बल बिस्किट आदि के अभिनव एवं नवीन कार्य की जानकारी दी जा रही है। स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग द्वारा पथ्य आहार, दिनचर्या, ऋतु चर्या योग एवं प्राणायाम के विषय में बताया जा रहा है। बालरोग विभाग द्वारा शिशुओं की चिकित्सा, हर्बल औषधी, स्तन्य परिक्षण, आहार विहार से संबंधित प्रश्नोत्तरी आदि द्वारा इलाज एवं परामर्श दिये जा रहे हैं। मानसिक रोग विभाग द्वारा मायग्रेन, बेचौनी, पागलपन तथा जनरल मेडिसिन द्वारा सुगर, डेंगू, मलेरिया, कोविड आदि से संबंधित रोगों के विषय में जानकारियां दी जा रही हैं। सर्जरी विभाग कैंसर, नाक कान गला विभाग द्वारा आख एवं मुख के रोगों का परीक्षण किया जा रहा है। प्लास्टिक सर्जरी द्वारा सामान्य जागरूकता के कार्यक्रम, नेफॉलॉजी द्वारा किडनी फेलियर, मल मूत्र जांच न्यूरोलॉजी द्वारा मिर्गी, पार्किंस, न्यूरोपैथी, गइस्ट्रोलॉजी द्वारा 18 प्रकार की जांच की जा रही है।
सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा सामान्य परीक्षण, ब्रेस्ट कैंसर, एनीमिया मुक्त भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, डायबीटीज, तनाव आदि के विषय में जागरूक किया जा रहा है। संहिता एवं संस्कृत, अगद तंत्र, प्रसूति तंत्र, विकृति विजयान, शल्य शालाक्य तंत्र सिद्धांत दर्शन आदि सभी विभागों द्वारा अपने अपने विषय से संबंधित जानकारियां दी जा रही हैं। बायोकेमिस्ट्री विभाग द्वारा शुगर, बी पी एवं रक्तादि की सभी जांच मुफ्त में किया गया। इस मेले की जानकारी पर आयुर्वेद की नाड़ी तरंगिणी मशीन के खोजकर्ता अनुरूद्ध जोशी पीएचडी आईआईटी मुम्बई से आए। आत्रेय कम्पनी के सीईओ ने आकर प्रकृति परीक्षण कम्प्यूटर आधारित मोबाइल के माध्यम से रिसर्च आईआईटी कानपुर, आत्रेय कम्पनी के साथ एमओयू किए जाने हेतु वैद्य सुशील कुमार दूबे को पत्र सौंपा। सैकड़ों की संख्या में लोग स्वास्थ्य लाभ की जानकारी से लाभान्वित हुए।

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