झारखंण्ड सिनेमा व कलाकार आंदोलन की बैठक तीन सितम्बर क़ो

झारखंण्ड सिनेमा व कलाकार 

आंदोलन की बैठक तीन सितम्बर क़ो 


आज झॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री मंच के बैनर तले धूमकुड़िया भवन करम टोली में एक विशेष बैठक रखा गया जिसमें कहा गया जिस राज्य में चलना ही नृत्य है और बोलना ही गीत उस राज्य के कलाकारों का भविष्य अंधकार में दिख रहा है झारखंड के कलाकार बेरोजगारी भुखमरी में अपने जीवन यापन कर रहे हैं पर उनकी सुधी लेने वाला कोई नहीं और ना झारखंड के कलाकारों के लिए सरकार द्वारा कोई नीति बन रही है विधानसभा के शीतकालीन में सरकार विविन्न योजनाएं पर करोडो रूपए का सरकार द्वारा बजट पास किया जाता है है पर झारखण्ड के कलाकारों के लिए न कोई योजनाएं है और ना कोई नीति बनती है विधान सभा में कोई मंत्री या विधायक कालकारों की स्थिति परीस्थिति पर परिचर्चा नहीं करता है इस हिसाब प्रतीत होता है कि यहां के नेता मंत्री को झारखंड की भाषा कला संस्कृति एवं यहां के कलाकारों से प्रेम नहीं है ll झारखंड सरकार द्वारा बनाई गई फिल्म नीति भी बंद पड़ी है सनी पर्व जैसे कार्यक्रम पर भी विराम लग गया है सरकार द्वारा वृद्धि और विकलांग कलाकारों को चार हजार रूपया प्रतिमाह पेंशन देने की बात कही गई थी उसका भी लाभ कलाकारों क़ो नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण बेरोजगारी और भुखमरी में अपना जीवन यापन कर रहें है ऐसे में झारखंड के सभी कलाकार अपनी हक और अधिकार की मांग के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर है इसी संदर्भ में दिनांक 3 सितंबर 2023 दिन रविवार को धूमकुड़िया भवन करमटोली रांची में दिन रविवार क़ो 12 बजे एक एक विशेष बैठक रखी गई है इसी बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार होगी इस बैठक में झारखंड की 32 जनजातीय भाषाओं के हजारों कलाकार शामिल होंगे जिसमें केंद्रीय सरना समिति के पहान जगलाल पहान एवं अध्यक्ष बबलू मुंडा , आदिवासी मूलवासी सदान मोर्चा के अध्यक्ष सूरज टोप्पो,झारखंड आदिवासी मूलवासी जन अधिकार मंच अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा झारखंड क़े कलाकारों क़ो सहयोग करेंगे और झारखंड की माय माटी भाषा संस्कृति एवं झारखंड सिनेमा को आगे बढ़ाने में माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं कला संस्कृति मंत्री हफीजुल हसन से बात करेंगेll इस बैठक सफल बनाने के लिए फ़िल्म निर्देश रंजू मिंज ने सबका आभार किया है 

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