धूमधाम से मनी प्रकृति
पर्व सरहुल, मांदर की
थाप पर थिरके लोग
सरहुल पर्व हमारी समृद्धि, संस्कृति, एकता और प्रकृति से जुड़ा है : छोटेलाल
रामगढ़, 16 अप्रैल (हि.स.) । आदिवासी छात्र संघ रामगढ़ जिला समिति के तत्वाधान में सरहुल पूजा सह मिलन समारोह का आयोजन शहर के सुभाष चौक पर किया गया। समारोह की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुनील मुंडा व संचालन संजय करमाली, पंचम करमाली और सुमंत महली ने संयुक्त रूप से किया। ढोल-नगाड़े की थाप पर आदिवासी प्रकृति पर्व पर झूमते, नाचते-गाते नजर आए। जुलुस में शामिल हर उम्र के लोग पारंपरिक वेशभूषा में दिखे। महिलाएं व पुरुष कंधा से कंधा जोड़कर आकर्षक गीत और नृत्य के साथ झूमते रहे। जुलुस में झांकी के माध्यम से अपने जनजातीय पहचान को दिखाने की कोशिश की गई।
केंद्रीय उपाध्यक्ष छोटेलाल करमाली ने कहा कि सरहुल पर्व हमारी समृद्धि, संस्कृति, एकता और प्रकृति से जुड़ा हैं। आदिवासी संस्कृति का जन्म और विकास प्राकृतिक के गोद में हुआ है। इसलिए आदिवासियों के पर्व एवं पूजापाठ प्रकृति से जुड़े हुए हैं।
समारोह में समाज के लोगों ने दिखाई एकजुटता
समाज आदिवासी समाज के लोगों ने एकजुटता दिखाई। समारोह में पहुंचे अतिथियों का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। इस दौरान समारोह में मुख्य रूप से महेंद्र मुंडा, आदिवासी छात्र संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष छोटे लाल करमाली, 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष सुनील करमाली, पंकज महतो सहित अन्य शामिल हुए।
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