76वें गणतंत्र दिवस पर गंगा
स्वच्छता का महासंकल्प
500 से अधिक गंगा सेवादूतों ने लिया संकल्प
नुक्कड़ नाटक से दिया गया संदेश
थैले, टीशर्ट व कैप किए गए वितरित
प्रयागराज। महाकुम्भ नगर, महाकुम्भ-2025 में 76वें गणतंत्र दिवस का उत्सव ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम के साथ मनाया गया। नमामि गंगे पवेलियन पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में 500 से अधिक गंगा सेवा दूतों की उपस्थिति में नोडल अधिकारी महाकुम्भ नमामि गंगे अथर्व राज ने ध्वजारोहण किया और गंगा स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इस आयोजन ने न केवल गणतंत्र दिवस के गौरव को और अधिक बढ़ाया, बल्कि गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मजबूत मंच तैयार किया।
कार्यक्रम की शुरुआत रोचक और संदेशप्रद नुक्कड़ नाटक के साथ हुई। इसे नमामि गंगे के प्रदर्शनी स्थल पर प्रस्तुत किया गया। नाटक ने प्रभावशाली संवाद शैली और प्रदर्शन से गंगा को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त रखने और प्लास्टिक मुक्त कुम्भ का संदेश देने के लिए प्रेरित किया। यह प्रदर्शन न केवल मनोरंजन का साधन बना, बल्कि लोगों के दिलों में गंगा संरक्षण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी जगाई।
नुक्कड़ नाटक के बाद गंगा सेवा दूतों और नमामि गंगे कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में भव्य जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। यह रैली नमामि गंगे प्रदर्शनी स्थल से लेकर किला घाट तक निकाली गई। इस रैली में प्रतिभागियों ने स्वच्छ गंगा और हरित कुम्भ का संदेश बुलंद किया। रैली का समापन किला घाट पर हुआ, जहाँ नमामि गंगे की ओर से विशेष रूप से तैयार थैले, टीशर्ट और कैप वितरित किए गए। रैली के दौरान ओएसडी महाकुम्भ आकांक्षा राणा ने गंगा की महत्ता और इसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
मेले में आए श्रद्धालुओं को स्वच्छ और हरित कुम्भ का संदेश देते हुए नमामि गंगे के कार्यकर्ताओं ने जूट के थैले वितरित किए। सभी से सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग से बचने की अपील की। टीम ने यह सुनिश्चित किया कि प्लास्टिक मुक्त कुम्भ का संदेश गंगा और यमुना के तटों तक पहुंचे। इस अभियान में 400 से अधिक गंगा सेवा दूतों सहित 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
गणतंत्र दिवस पर नमामि गंगे ने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर गंगा की स्वच्छता और अविरलता के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई। गंगा टास्क फोर्स, गंगा विचार मंच, भारतीय वन्यजीव संस्थान, सीआईएफ़आरआई, जिला गंगा समिति, एसपीएमजी और एनबीएटी जैसे संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए गंगा और इसके घाटों को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया।
महाकुम्भ-2025 में 76वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम संदेश देता है कि गंगा की स्वच्छता केवल अभियान नहीं, बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा का पवित्र कर्तव्य है। यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रभावी कदम है, बल्कि यह देशवासियों को प्रेरणा देता है कि जब हम एकजुट होकर किसी लक्ष्य के प्रति समर्पित होते हैं तो हर सपना साकार हो सकता है।
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