राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य भारत को महान बनाना : सरयू

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य 

भारत को महान बनाना : सरयू


पूर्वी सिंहभूम,  (हि.स.)। मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के सभागार में स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का व्यावहारिक आयाम सह शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन शुक्रवार को हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का मुख्य उद्देश्य भारत को महान बनाना और परंपराओं को समृद्ध करना है। उन्होंने कहा कि नीति की व्यावहारिक कठिनाइयों को समझना जरूरी है, तभी उनके समाधान खोजे जा सकेंगे। सरयू राय ने बताया कि शिक्षा नीति का लक्ष्य ऐसा भारत बनाना है, जो वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो।

कार्यक्रम में अंजनी कुमार ने मातृभाषा पर जोर देते हुए कहा कि हर बच्चे को अपनी जड़ों से जुड़े रहना होगा। डॉ अमर सिंह ने कहा कि शिक्षक अब सम्मान से वंचित हो रहे हैं और शिक्षा आत्मा से भटककर केवल भौतिक उपलब्धियों तक सीमित हो गई है। उन्होंने योग और स्वस्थ शरीर को आवश्यक बताया। शिक्षिका शिप्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इसरो की यात्रा के बाद बच्चों का दृष्टिकोण बदल गया है और वे अब प्रैक्टिकल स्टडी की ओर बढ़ रहे हैं।

समारोह में सोनाली सरकार ने गणेश वंदना पर नृत्य प्रस्तुत किया और वर्कर्स कॉलेज की छात्राओं ने आदिवासी नृत्य से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन मंजू सिंह और प्रिया ने किया जबकि स्वागत भाषण चंद्रदीप पांडेय ने दिया। आयोजन को सफल बनाने में आशुतोष राय, पवन सिंह, संतोष भगत, नीरज सिंह, अमृता मिश्रा, मुकेश कुमार, हेमंत पाठक, हरेराम सिंह और नीरु सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

विधायक सरयू राय ने जयंती शेषाद्री, ज्योत्सना अस्थाना, डॉ अनिता शर्मा, मनोज कुमार, रजनी शेखर, इप्सिता डे, शिप्रा, अशोक कुमार सिंह, विपिन शर्मा, डॉ डीपी शुक्ला, डॉ बीएन प्रसाद, डॉ मुदिता चंद्र, डॉ मुकुल खंडेलवाल, डॉ एसएस रजी सहित दर्जनों शिक्षकों को सम्मानित किया और प्रमाणपत्र दिया।

इस अवसर पर डॉ डीपी शुक्ला, डॉ अमर सिंह, डॉ एसएस रजी, राजदीप सिन्हा, डॉ मुदिता चंद्र, डॉ रागिनी भूषण, बीएन प्रसाद, एसपी मलिक और डॉ त्रिपुरा झा सहित अन्‍य मौजूद थे।

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