आवारा पशुओं पर नियंत्रण
की मांग तेज, उपायुक्त
को सौंपा गया ज्ञापन
पूर्वी सिंहभूम, 17 नवंबर (हि.स.)। शहर में लगातार बढ़ रही आवारा पशुओं की समस्या को लेकर एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ़ वर्ल्ड की ओर से जिला प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने की अपील की गई है।
सोमवार को झारखंड प्रदेश महासचिव शशि आचार्य के नेतृत्व में संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मुलाकात कर विस्तृत मांग पत्र सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि शहर की सड़कें, चौक-चौराहे और कॉलोनियां आवारा कुत्तों, सांडों और अन्य मवेशियों की बढ़ती संख्या के कारण असुरक्षित होते जा रहे हैं। हाल के दिनों में जंगली सांडों के हमले में कई महिलाएं घायल हो चुकी हैं, वहीं आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं आम हो गई हैं, जिससे लोगों में भय और आक्रोश दोनों बढ़ रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से मांग किया कि जताई कि सड़कों पर घूम रहे पशुओं पर रोक लगाने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए ठोस व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्थायी शेल्टर होम के निर्माण में तेजी लाने, आवारा कुत्तों की नसबंदी अभियान को फिर से प्रभावी ढंग से शुरू करने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से उन्हें हटाकर नियंत्रित क्षेत्रों में रखने की मांग की। संगठन ने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को तत्काल और कठोर कदम उठाने होंगे, ताकि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं और हमलों की घटनाओं में कमी लाई जा सके।
प्रदेश महासचिव शशि आचार्य और पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि जनहित से जुड़ी इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होती है, तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होगा। उनका कहना था कि आम लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता और देर होने पर इसकी जिम्मेदारी संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की होगी।
इस अवसर पर संगठन की महासचिव शशि आचार्या, जिला अध्यक्ष रविंद्र कौर, सरायकेला अध्यक्ष सुजाता सिंह, पूजा सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।

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