अगर हम बटेंगे, तो मिटेंगे:
पंडित धीरज कृष्ण शास्त्री
खूंटी, 5 मई (हि.स.)। देश के जानेमाने भागवत कथा वाचक पंडित धीरज कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अच्छे लोगों का मिलन ही सत्संग है। जीवन में आचरण को अपनाना ही मंगलाचरण है।
सत्य से बढ़कर दुनिया में कोई भी चीज नहीं है। पंडित धीरज कृष्ण शास्त्री सोमवार को खूंटी के समासजसेवी ओमप्रकाश भाला के आवास पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में व्यास गद्दी से प्रवचन कर रहे थे। शास्त्री ने कहा कि हर व्यक्ति से मेरा निवेदन है कि आप पहले सत्य को स्वीकार करें।
अगर आप सत्य को स्वीकार करेंगे, सत्यदेव आपकी रक्षा करेंगे। हमारा धर्म सबसे सनातन है। हमें हिंदू होने पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव-देहात में प्रलोभन देकर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, यह बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संपन्न, समझदार लोगों को गांवों में जाकर वहां के भाई-बहनों से अच्छा रिश्ता जोड़ना चाहिए।
सभी हिंदू भाई एक रहें, संगठित रहें, क्योंकि संघे शक्ति कलियुंगे। उन्होंने कहा कि अगर हम बाटेंगे, तो काटेंगे और घटेंगे, तो मिटेंगे। हमारे शासक अभी जागृत है। शास्त्री ने कहा कि भगवान के कारण तीनों ताप नष्ट होते हैं, दैहिक दैविक और भौतिक। जो दूसरे की उन्नति से जलता है, उसे श्रीमद्म भागवत कथा में बैठने और सुनने का अधिकार नहीं है।
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