झारखंड आंदोलन के महानायक दिशाेम गुरु शिबू सोरेन का निधन राज्य के लिए आपूर्णीय क्षति: मंजूर अहमद, खुर्शीद रूमी

 

झारखंड आंदोलन के महानायक 

दिशाेम गुरु शिबू सोरेन का 

निधन राज्य के लिए आपूर्णीय 

क्षति: मंजूर अहमद, खुर्शीद रूमी



रांची: संघर्ष न्याय और समानता की आवाज आंदोलनकारी, जनजातीय अस्मिता की आवाज थमते ही झारखंड ही किया देश के लिए एक युग का अंत हो गया। उक्त बातें ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष मंजूर अहमद अंसारी और ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशाविरत के झारखंड कनवीनर खुर्शीद हसन रूमी ने कहीं। इन दोनों नेताओं ने कहा के झारखंड आंदोलन के महानायक दिशाेम गुरु शिबू सोरेन का निधन राज्य के लिए आपूर्णीय क्षति है। निकट भविष्य में ऐसा महानायक की पूर्ति संभव नहीं दिखाई देती है। सामाजिक चेतना और संघर्ष का जो विरासत उन्होंने छोड़ा है वह झारखंड के इतिहास में सदैव जीवित रहेगा। श्री शिबू सोरेन ने झारखंड की महान आंदोलन स्वतत्ता अस्तित्व के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनका योगदान ही वह नीव है जिस पर आज का झारखंड खड़ा है। उन्होंने जंगल से आंदोलन शुरू किया और झारखंड अलग राज्य की अलख जगाई। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए उन्होंने सभी वर्गों के कल्याण, उत्थान, संगठन रोजगार, शिक्षा और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ी। उनका योगदान, मार्गदर्शन, प्रेरणा वर्षों तक याद रहेगा। जंगल की सियासत से दिल्ली दरबार में धमक रखने वाले शिबू सोरेन का निधन न सिर्फ हेमंत सोरेन के लिए नहीं बल्कि पूरे झारखंड के लिए शून्य है। जल जंगल जमीन के लिए आजीवन संघर्ष किया। हम उनके निधन पर नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

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